माॅं तेरी याद में दो ऑंसू निकल जाते हैं। माँ तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम करते है। माॅं तेरी याद में दो ऑंसू निकल जाते हैं। माँ तुम्हें कोटि-कोटि प्रणाम करते है...
मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है, मुझे गैरों ने नहीं अपनों ने मारा है मुझे गोलियों ने नहीं बोलियों ने मारा है,
क्यों अपनी इन हरकतों से आखिर ये ज़माना बाज़ नहीं आता है। क्यों अपनी इन हरकतों से आखिर ये ज़माना बाज़ नहीं आता है।
चहक उठे खग बगियन में फूलों से खुशबू आई है। ऋतुराज बसंत के स्वागत में भौरों ने तान सुनाई है ।। चहक उठे खग बगियन में फूलों से खुशबू आई है। ऋतुराज बसंत के स्वागत में भौरों न...
षड्यंत्रों के जाल बिछे हैं चुनो यहाँ आमाल बिछे हैं कंकालों ने वार किया है नुचे ज़िस्म षड्यंत्रों के जाल बिछे हैं चुनो यहाँ आमाल बिछे हैं कंकालों ने वार किया है ...
फिर से दुआओं में किसी ने माँगा है मुझे मुझसे ज़्यादा किसी ने चाहा है मुझे फिर से दुआओं में किसी ने माँगा है मुझे मुझसे ज़्यादा किसी ने चाहा है मुझे